बहुजन समाज पार्टी मुखिया सुश्री मायावती बामसेफ संगठन के काम से खफा दिखीं - Indian Public News
प्रयागराज, उत्तर प्रदेश (शिव शंकर) - बहुजन वालिंटियर फोर्स और बामसेफ में भी कैंची चलाकर अब जिले में दो की जगह एक संयोजक कर दिया। यूपी में दो सेक्टर का प्रभारी मुख्य सेक्टर प्रभारी और एक मंडल का प्रभारी सेक्टर प्रभारी कहलाएंगे। बीएसपी ने एक तरह से दलित, पिछड़ी जाति और मुस्लिम को साथ रखने का सोशल इंजिनियरिंग फॉर्म्युला अपनाया है।
बहुजन समाज पार्टी मुखिया मायावती संगठन के काम से खफा दिखीं। उन्होंने 2022 में फतह के लक्ष्य के साथ यूपी में संगठन की ओवरहालिंग कर डाली।
जिला, विधानसभा, सेक्टर और बूथ तक की सभी कमिटियां भंग कर दी। जिला स्तर से जोन इंचार्ज का पद समाप्त कर दिया।
जिला स्तर पर संगठन का नया स्वरूप
मीटिंग में शामिल एक पदाधिकारी के मुताबिक मायावती ने अब जिलाध्यक्ष और महासचिव एससी या ओबीसी बनेगा।
अगर अध्यक्ष एससी का होगा तब महासचिव ओबीसी का रहेगा। उपाध्यक्ष माइनारिटी का रहेगा।
जिले में जितने विधानसभा क्षेत्र हैं, उतने ही जिला सचिव/ जिला प्रभारी बनेंगे।
ये अपने विधानसभा क्षेत्रों में पार्टी को मजबूत करेंगे।
विधानसभा क्षेत्र की रिजर्व सीटों पर जिला सचिव दो रहेंगे।
एक एससी और दूसरा ओबीसी होंगे। जिला संगठन सचिव और कोषाध्यक्ष में जाति का बंधन नहीं रखा हैं।
विधानसभा क्षेत्र, सेक्टर, बूथ संगठन का नया खाका
मीटिंग में विधानसभा क्षेत्र अध्यक्ष भी ओबीसी और एससी होगा।
उपाध्यक्ष सर्वसमाज का होगा। महासचिव भी एससी और ओबीसी होगा।
अध्यक्ष और महासचिव अलग अलग जाति के रहेंगे।
कोषाध्यक्ष मुस्लम समेत सर्वसमाज से होगा।
इसी तरह सेक्टर कमिटी में अध्यक्ष महासिचव और सचिव रहेंगे।
अध्यक्ष एससी, महासचिव एससी-ओबीसी होगा।
दस सचिव बनेंगे।
दस बूथ को मिलाकर एक सेक्टर बनेगा।
बूथ स्तर के संगठन में अध्यक्ष एसएसी, उपाध्यक्ष ओबीसी रहेगा। तीन संगठन सचिव होंगे,
जिसमें दो एससी और एक माइनॉरिटी का होगा।
बीबीएफ और बामसेफ में भी बदलाव
बीएसपी के अनुषांगिक संगठन बहुजन वॉलंटियर फोर्स और बामसेफ में बदलाव करते हुए जिला, विधानसभा और सेक्टर स्तर पर दो संयोजक की व्यवस्था में बदलाव कर अब एक-एक संयोजक कर दिया हैं। ऐसा इसलिए किया गया है कि ताकि गुटबंदी ना हो।
पूर्व उपाध्यक्ष
समाजवादी छात्र सभा
फूलपुर विधानसभा क्षेत्र
ब्लॉक बहरिया प्रयागराज 8543851178
Comments
Post a Comment