समदड़ी , बाड़मेर में राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा शिविर का आयोजन कर समाज को जागरूक किया - Indian Public News
समदड़ी, बाड़मेर (शैतान माली) - राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बालोतरा की ओर से आयोजित पंचायत समिति मुख्यालय समदड़ी में नालसा विधिक सेवा शिविर का आयोजन हुआ प्राधिकरण अध्यक्ष जिला एवं सेशन न्यायाधीश बालोतरा देवेन्द्र कछवाहा ने सम्बोधित में उन्होंने कहा कि सभी को आत्म चिंतन करना चाहिए। आज हमारा समाज कहां जा रहा है।
इसके लिए आत्म चिंतन आवश्यक है। उन्होंने खाद्य पदार्थों में हो रही मिलावट, प्लास्टिक मुक्त भारत, भू्रण हत्या, दहेज प्रताडना आदि विषयों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसके लिए सजग रहने की आवश्यकता है। साथ ही दूसरों को भी जागरूक करना चाहिए। इससे जहां खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों को सबक मिल सके।
वहीं प्लास्टिक जैसी हानिकारक वस्तु से होने वाले शारीरिक दुष्प्रभाव से बचा जा सके। साथ ही पशुओं को भी बचाया जा सके। भू्रण हत्या एवं दहेज प्रताडना के मामलों में महिलाओं को जागृत होना चाहिए तथा इनको को रोकने केलिए महिलाओं की सहभागिता जरूरी है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने कहा कि गरीब एवं कमजोर तबके के लोगों को न्याय सुलभ करवाने के लिए लोक अदालतों का आयोजन किया जाता है।
अब न्यायिक विभाग ने केन्द्र एवं राज्य सरकारों की जनयोजनाओं का लाभ पहुंचाने के कार्य में भी कदम बढ़ाया है। इसी के तहत नालसा शिविर का आयोजन किया गया है। उपखण्ड अधिकारी बालोतरा ने कहा सभी के लिए शिक्षा अतिआवश्यक है। व्यक्ति जब शिक्षित होगा तो उसे अपने अधिकारों की जानकारी मिलेगी।
कार्यक्रम में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, पंचायती राज विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, राजस्व विभाग,शिक्षा विभाग तथा श्रम विभाग आदि से सम्बन्धीत योजनाओं के चैक एवं दिव्यांगों के उपकरण आदि वितरित किए गए।
इसके लिए आत्म चिंतन आवश्यक है। उन्होंने खाद्य पदार्थों में हो रही मिलावट, प्लास्टिक मुक्त भारत, भू्रण हत्या, दहेज प्रताडना आदि विषयों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इसके लिए सजग रहने की आवश्यकता है। साथ ही दूसरों को भी जागरूक करना चाहिए। इससे जहां खाद्य पदार्थों में मिलावट करने वालों को सबक मिल सके।
वहीं प्लास्टिक जैसी हानिकारक वस्तु से होने वाले शारीरिक दुष्प्रभाव से बचा जा सके। साथ ही पशुओं को भी बचाया जा सके। भू्रण हत्या एवं दहेज प्रताडना के मामलों में महिलाओं को जागृत होना चाहिए तथा इनको को रोकने केलिए महिलाओं की सहभागिता जरूरी है। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव ने कहा कि गरीब एवं कमजोर तबके के लोगों को न्याय सुलभ करवाने के लिए लोक अदालतों का आयोजन किया जाता है।
अब न्यायिक विभाग ने केन्द्र एवं राज्य सरकारों की जनयोजनाओं का लाभ पहुंचाने के कार्य में भी कदम बढ़ाया है। इसी के तहत नालसा शिविर का आयोजन किया गया है। उपखण्ड अधिकारी बालोतरा ने कहा सभी के लिए शिक्षा अतिआवश्यक है। व्यक्ति जब शिक्षित होगा तो उसे अपने अधिकारों की जानकारी मिलेगी।
कार्यक्रम में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, कृषि विभाग, पंचायती राज विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, राजस्व विभाग,शिक्षा विभाग तथा श्रम विभाग आदि से सम्बन्धीत योजनाओं के चैक एवं दिव्यांगों के उपकरण आदि वितरित किए गए।
![]() |
रिपोर्टर
शैतान माली
समदड़ी(बाड़मेर)
|
Comments
Post a Comment